Wednesday, December 8, 2010

रु - ब - रु रौशनी!


एक तरफ उठता शोर, दूसरी ओर रंगों का कारवां !

एक तरफ अँधेरे की कायनात दूसरी तरफ रौशनी का कहकशां !

No comments: